Find 96 Kuli Maratha Surname List. What is 96 Kuli? What is 96 Kuli Maratha? Here we are giving information for 96 Kuli Marathas to know their Devak, Kul and Gotra. Somvansh and Suryavansh Of these, 96 Kuli came together and formed their own group. The Sanskrit form of the word Maratha is Maharashtra.
The "96 Kuli Maratha" division comprises 96 clans or lineages that are considered to be descendants of the original Maratha warrior families. These clans traditionally hold a high social status and are known for their martial traditions, bravery, and loyalty.
It's important to note that the Maratha community is not limited to the 96 Kuli Marathas. There are other subdivisions and sub-castes within the broader Maratha community, such as the Kunbi Marathas, the Sardars, and Deshmukh Maratha, among others.
The concept of the 96 Kuli division is primarily used for matrimonial purposes within the Maratha community. Marriages are often preferred within the same 96 Kuli group to maintain social and cultural compatibility. The knowledge of the specific Kuli or clan helps in identifying common ancestry and maintaining marital alliances.
Please refer below information in Marathi which explains what is 96 Kuli Maratha? Which surnames are included in 96 Kuli Maratha Surname List and other information related to Grotra, Deval, Kul, etc.
९६ कुळी मराठय़ांनी आपापले देवक, कूळ आणि गोत्र जाणून घ्यावे, यासाठी माहिती येथे देत आहोत.
>> गोत्र – आपला मूळ पुरुष म्हणजेच गोत्र. यांची संख्या ८ आहे. विश्वामित्र, जमदग्नी, भारद्वाज, गौतम, अत्रि, वशिष्ट, कश्यप आणि अगस्ती.
>> देवक – ज्याच्या मुळाशी आपली कुलदेवता वास करते ते देवक असते. वृक्ष, पर्ण, फूल, वेल, साळुंकी किंवा मोराचे पिस, शस्त्र, इत्यादी.
>> वंश – क्षात्र समाजात दोन वंश आहेत.
१. सोमवंश २. सूर्यवंश. यापैकी ज्या कुळांनी एकत्रित येऊन आपला समूह निर्माण केला, ती कुळे ९६ आहेत. या ९६ कुळानुसार त्याची विभागणी झाली आहे.
मराठा या शब्दाचे संस्कृत रूप महाराष्ट्र आहे.
अर्थात ज्यांचे राष्ट्र मोठे आहे ते मराठे. मरहट्टा, महारठ्ठा, महारथ, महारथी म्हणजे मराठा ऊर्फ राष्ट्रपती या संज्ञा प्राचीनकाळी अत्यंत शौर्यशाली रणधुरंधर क्षत्रिय राजबिंडय़ा पुरुषांनाच लावीत असत. याला आधार रघुवंशाच्या ६व्या सर्गामधील पुढील श्लोक आहे –
एको दस सहस्रणि योधयेद्यस्तु धान्विनाम। शस्त्रशास्त्रप्रवीणश्च स वै प्रोक्तो महारथ:। अमितान्योधयेद्यस्तु संप्रोक्तोऽतिरथस्तु स:। रथस्त्वेकेन योद्धा स्यात्तन्न्यूनोऽर्धरथ: स्मृत:।
भावार्थ – शस्त्रशास्त्रात म्हणजे रणविद्येत प्रवीण होऊन जो एकटा क्षत्रिय दहा हजार योद्धय़ांबरोबर लढू शकतो, त्या रणधुरंधरासच मरहट मराठा म्हणतात. ख्रिस्ती सनापूर्वी सातव्या शतकात क्षत्रिय दक्षिणेत आले. विंध्य पर्वताच्या दक्षिणेकडील देशासंबंधाने पाणिनीच्याही पूर्वी कात्यायनाने आपल्या वार्तिकांत उल्लेख केला आहे. हा या बाबीस सबळ पुरावा होय.
श्री वाल्मीकी रामायण –अयोध्याकांड, सर्ग ५१ श्लोक ६ यात दशरथाला महाराष्ट्रे (महारठ्ठे) विवर्धन असे म्हटले आहे. तसेच इसवी सनापूर्वी ६व्या शतकात जैन लोकांच्या कृतांग सूत्र या भद्रबाहूने लिहिलेल्या ग्रंथात महाराष्ट्र शब्द आढळतो. या ग्रंथाच्या आधाराने दुस-या शामाचार्यानी लिहिलेल्या श्री प्रज्ञापना उपांग सूत्र यात महाराष्ट्र शब्द आढळतो. पश्चिम घाटात काल्र्याजवळ भाजे नामक कोरीव लेणे आहे. तेथील पाण्याच्या हौदावर महारथी साकोसिकी पुतसा! विष्णुदत्तसा देयाधमपोदी म्हणजे कौशिकपुत्र महारथी/महारठी/महारट्टी विष्णुदत्त याने हे बांधले असे लिहिले आहे आणि या लेण्याचा काळ इ. स. पूर्व ३०० वर्षाचा आहे. मगध देशावर नंदाचे राज्य असताना, म्हणजे सुमारे २३०० वर्षापूर्वी वररूची होऊन गेला. त्याच्या प्राकृत प्रकाश या ग्रंथात शेषं महाराष्ट्रीवत असा उल्लेख आहे, यावरून महाराष्ट्र व मराठा शब्दाचे प्राचीनत्व स्पष्ट होते.
आडनाव | वंश | गोत्र | देवक |
अहिरराव | सूर्य | भारद्वाज | पंचपल्लव |
आंग्रे | चंद्र.. | गार्ग्य.. | पंचपल्लव |
आंगणे | चंद्र | दुर्वास | कळंब, केतकी, हळद, सोने |
इंगळे | चंद्र | भारद्वाज | देव कमळ, साळुंखी पंख |
कदम | सूर्य | भारद्वाज | कळंब, केतकी, हळद, सोने |
काळे | सूर्य | भारद्वाज | कळंब, केतकी, हळद, सोन, साळुंखी पंख |
काकदे | सूर्य | कौंडिण्य | कळंब, रुई, मोरवेल, सूर्यफूल |
कोकाटे | सूर्य | काश्यप | कळंब, हळद, सोने, रुई, वासनवेलस |
खंडागळे | सूर्य | वसिष्ठ | कळंब, सूर्यफूल |
खडतरे | चंद्र | लोमेश | पंचपल्लव |
खैरे | चंद्र | मरकडेय | पंचपल्लव |
गव्हाणे | चंद्र | कौशीक | पंचपल्लव, साळुंखी पंख |
गुजर | सूर्य | शौनक | पंचपल्लव |
गायकवाड | चंद्र, | गौतम | पंचपल्लव, सूर्यफूल |
घाटगे | सूर्य | काश्यप | साळुंखी पंख, पंचपल्लव |
चव्हाण | सूर्य | काश्यप | कळंब, वासुंदीवेल, हळद, सोने, रुई |
चालुक्य | चंद्र | भारद्वाज | मांडव्य, उंबर, शंख |
जगताप | चंद्र, | मांडव्य | पंचपल्लव, उंबर, वड, पिंपळ |
जगदाळे | चंद्र, | कपिल | पंचपल्लव, धारेची तलवार |
जगधने | चंद्र, | कपिल | पंचपल्लव |
जाधव, यादव | चंद्र | कौंडिण्य | अत्रि, कळंब, पंचपल्लव, उंबर, पानकणीस, आंबा |
ठाकूर | सूर्य | कौशिक | पंचपल्लव |
ढमाले | सूर्य | शौनल्य | पंचपल्लव |
ढमढरे | सूर्य | काश्यप | कळंब |
ढवळे | चंद्र | भारद्वाज | उंबर, शंख, धारेची तलवार |
ढेकळे | चंद्र | वत्स | कळंब, पिंपळ, उंबर. |
ढोणे | सूर्य | भारद्वाज | कळंब, केतकी, हळद, सोने.. |
तायडे (तावडे) | सूर्य, | विश्वामित्र | कळंब, हळद, ताडपल्लव |
तावरे / तोवर | सूर्य | गार्ग्य | उंबर |
तेजे | सूर्य | कौंडिण्य | कळंब, मोरवेल, रुई |
थोरात | सूर्य | भारद्वाज | कळंब, केतकी, हळद, सोने, पिंपळ |
थोटे (थिटे) | सूर्य | वसिष्ठ | कळंब, सुर्यफूल |
दरबारे | चंद्र | कौशीक | पंचपल्लव |
दळवी | सूर्य | वसिष्ठ | कळंब, पंचपल्लव |
दाभाडे | सूर्य | शौनल्य | कळंब |
धर्मराज | सूर्य | विश्वामित्र | पंचपल्लव |
देवकाते | चंद्र | कौशीक | पंचपल्लव |
धायबर | चंद्र | भारद्वाज | उंबर, शंख |
धुमाळ | चंद्र | दुर्वास | हळद, आपटय़ाचे पान |
नाईक | चंद्र | वसिष्ठ, | दुर्वास नागवेल |
नालिंबरे | चंद्र | भारद्वाज | उंबर, शंख |
निकम | सूर्य | पराशर | मान्यव्य, कळंब, उंबर, वेळू |
निसाळ | सूर्य | वाजपेयी | पंचपल्लव |
पवार (परमार) | सूर्य | वसिष्ठ | कळंब, धारेची तलवार |
प्रतिहार | सूर्य | भारद्वाज | कळंब, केतकी, हळद, सोने |
पानसरे | चंद्र | कश्यप | कळंब |
पांढरे | चंद्र | लोमेश | पंचपल्लव |
पठारे | सूर्य | काश्यप | कळंब, केतकी, हळद, सोने, वासुंदीवेल |
पालवे | सूर्य | भारद्वाज | कळंब |
पलांढ | सूर्य | शौनल्य | कळंब, पंचपल्लव |
पिंगळे | चंद्र | भारद्वाज | उंबर, शंख |
पिसाळ | सूर्य | कौशीक | पंचपल्लव, वड |
फडतरे | चंद्र | याज्ञवल्क्य | पंचपल्लव, साळुंखी पंख |
फाळ्के | चंद्र | कौशीक | पंचपल्लव |
फाकडे | सूर्य | विश्वामित्र | पंचपल्लव |
फाटक | चंद्र | भारद्वाज | कमळ |
बागल | सूर्य | शौनक | कळंब, पंचपल्लव |
बागवर-बांगर | चंद्र | भारद्वाज | उंर्ब, शंख |
बांडे | सूर्य | भारद्वाज | कळंब, केतकी, हळद, सोने |
बाबर | सूर्य | भारद्वाज | कळंब, केतकी, हळद, सोने, साळुंखी पंख |
भागवत | सूर्य | काश्यप | कळंब |
भोसले | सुर्य | कौशीक | पंचपल्लव |
भोवारे | चंद्र | कौशीक | पंचपल्लव |
भोगले (भोगते) | सूर्य | कौशीक | पंचपल्लव |
भोईटे | सूर्य | शौनक | पंचपल्लव |
मधुरे | सूर्य | विष्णूवृद्ध | पंचपल्लव, सूर्यफूल |
मालपे | चंद्र | भारद्वाज | उंबर, शंख |
माने | चंद्र | गार्ग्य | शंख, गरुड पंख |
मालुसरे | सूर्य | काश्यप | कळंब |
महाडीक | सूर्य | माल्यवंत | कळंब, पिंपळ |
म्हांबरे | चंद्र | अगस्ति | कळंब, शमी |
मुळीक | सूर्य | गौतम | पंचपल्लव, सूर्यफूल |
मोरे(मोर्य) | चंद्र | भारद्वाज | मयूर पंख, ३६० दिवे |
मोहीते | चंद्र | गार्ग्य | कळंब, कळंबगादी, वासणीचा वेल |
राठोड | सूर्य | काश्यप | सूर्यकांत |
राष्ट्रकुट | सूर्य | कौशीक | पंचपल्लव |
राणे | सूर्य | जमदग्नी | वड, सूर्यकांत |
राऊत | सूर्य | जामदग्नी | वड, सूर्यकांत, सूर्यफूल |
रेणुसे | चंद्र | विश्वामित्र | पंचपल्लव |
लाड | चंद्र | वसिष्ठ | वासुंदीवेल |
वाघ | सूर्य | वत्स | विश्वावसू कळंब, हळद, निकुंभ |
विचारे | सूर्य | शौनक | पंचपल्लव |
शेलार | सूर्य | भारद्वाज | विश्वामित्र, कळंब, पंचपल्लव, कमळ |
शंखपाळ | चंद्र | गार्ग्य | शंख |
शिंदे | सूर्य | कौंडिण्य | कळंब, रुई, मृत्ति, केचावेल, भोरवेल |
शितोळे | सूर्य | काश्यप | वड, सूर्यकांत |
शिर्के | चंद्र | शांडील्य | कळंब, आपटय़ाचे पान |
साळवे | सूर्य | कौंडिण्य | कळंब, रुई, मोरवेल |
सावंत | चंद्र | दुर्वास | कमळ, कळंब, साळुंखी पंख |
साळुंखे | सूर्य | भारद्वाज | पंचपल्लव, साळुंखी पंख |
सांबरे | सूर्य | मान्यव्य | कळंब, हळद |
सिसोदे | सूर्य | कौशीक | पंचपल्लव |
सुर्वे | सूर्य | वसिष्ठ | पंचपल्लव |
हंडे | सूर्य | विष्णुवृद्ध | पंचपल्लव, सूर्यफूल |
हरफळे | चंद्र | कौशीक | पंचपल्लव |
क्षिरसागर | सूर्य | वसिष्ठ | कळंब |